भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली के दिशा-निर्देशानुसार भाकृअनुप-विवेकानन्द पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, अल्मोड़ा में दिनांक 16-31 दिसम्बर, 2022 तक स्वच्छता पखवाड़ा मनाया जा रहा है। इसी कड़ी में आज दिनांक 30.12.2021 को संस्थान के अल्मोड़ा स्थित प्रांगण में स्वच्छता संगोष्ठी एवं पत्रकार सम्मेलन का आयोजन किया गया। इसके साथ ही डीएसटी-विज्ञान और इंजीनियरिंग अनुसंधान बोर्ड (एसईआरबी), नई दिल्ली द्वारा प्रायोजित त्वरित विज्ञान योजना के तहत पर्वतीय कृषि से जुडे़ पादप कीट/रोग जनक पहचान पर चल रहे 10 दिवसीय व्यावहारिक प्रशिक्षण कार्यशाला का भी समापन समारोह आयोजित कियागया। कार्यक्रम का शुभारम्भ भाकृअनुप गीत से किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि प्रो. सुनील नौटियाल, निदेशक , गोविन्द बल्लभ पन्त राष्ट्रीय हिमालय पर्यावरण संस्थान, कोसी, अल्मोड़ा ने आन्तरिक व वाहृय स्वच्छता पर बल देते हुए एवं संस्थान में किए गये स्वच्छताकार्यो की सराहना करते हुए कहा कि यह संस्थान पर्वतीय क्षेत्रों में स्वच्छता में प्रथम स्थान पर है।संस्थान के शोध कार्यो की प्रशंसा करते हुए उन्होने कहा कि विवेकानन्द पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, अल्मोड़ा निदेशक डा. लक्ष्मी कान्त के निर्देशन मेें हित धारकों हेतु उत्कृष्ट कार्य कर रहा है। जिसके लिए यहाँ के निदेशक व कर्मचारी बधाई के पात्र है। संस्थान के निदेशक डा. लक्ष्मी कान्त ने स्वच्छता पखवाडे़ का सिंहावलोकन करते हुए बताया कि पूर्व में यह संस्थान भाकृअनुप के 113 संस्थानों में से दोबार पुरस्कृत हो चुका है।सभी प्रषिक्षुओं कोबधाई देते हुए उन्होने कहा कि इस संस्थान प्राप्त प्रशिक्षण से वे अवश्य लाभान्वित हुए होगें तथा वे भविश्य में शोध कार्य में इस प्रशिक्षण का प्रयोग अवश्य करेंगे ।दस राज्यों एवं 14 विश्वविद्यलयों से कुल 112 अभ्यर्थियों में से चयनित कुल 20 प्रशिक्षु शोधार्थियों ने प्रशिक्षण कार्यक्रम की उपयोगिता बताते हुए इसके बारे में अपनी-अपनी प्रतिक्रिया पावर पाइंट के माध्यम से व्यक्त की। कार्यक्रम का संचालन करते हुए स्वच्छता के नोडल अधिकारी डा. बृजमोहन पाण्डे ने सभी को स्वच्छता का महत्व बताते हुए उक्त पखवाड़े में चल रहे विभिन्न स्वच्छता कार्यक्रमों की पावर पांइन्ट के माध्यम से विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि स्चच्छता पखवाडे के दौरान संस्थान द्वारा विभिन्न कार्यक्रम जैसे-अल्मोड़ा व हवालबाग स्थित दोनों परिसरों, कार्यालयों, प्रक्षेत्रा, अंगीकृत गाँवों में स्वच्छता अभियान, गोष्ठी, विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित किए गए। प्रशिक्षण के संयोजक डा. आशीष कुमार सिंह ने दस दिवसीय प्रशिक्षण के दौरान प्रतिदिन के क्रिया कलापों कों पावर पांइन्ट के माध्यम से दर्शाया ।
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इस अवसर पर प्रशिक्षुओं को प्रशिक्षण कार्यक्रम में उनकी सफल भागीदारी हेतु प्रमाण पत्र वितरित किये गये तथा संस्थान में कार्यरत पर्यावरण मित्र श्री कैलाश लाल, श्री प्रताप एवं श्रीबब्लू को उनके उल्लेखनीय योगदान हेतु नगद पुरस्कार एवं प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। धन्यवाद प्रस्ताव फसल उत्पादन विभाग के विभागाध्यक्ष डाॅ. जे.के.बिष्ट तथा वैज्ञानिक डा गौरव वर्मा द्वारा दियागया।कार्यक्रम का संचालन डा. बृजमोहन पाण्डे तथा डा. आशीष कुमार सिंह द्वारा किया गया। इस अवसर पर किसान, पत्राकार बन्धु, आकशवाणी, अल्मोड़ा के प्रतिनिधि, दस राज्यों एवं 14 विश्विद्यालय से कुल 112 अभ्यर्थियों में से चयनित कुल 20 प्रशिक्षु शोधार्थी तथा संस्थान के समस्त कार्य कर्ता उपस्थित रहे।