विश्व मृदा दिवस के अवसर पर भा.कृ.अनु.प.–विवेकानंद पर्वतीय कृषि अनुसन्धान संस्थान अल्मोड़ा द्वारा दिनांक 05 दिसंबर, 2022 को मृदा स्वास्थ्य प्रबन्धन पर कृषक जागरूकता गोष्ठी का आयोजन किया गया । इस कार्यक्रम में उत्तराखंड के लखनी गाँव बागेश्वर जिले के कृषको ने प्रतिभाग किया गया । इस अवसर पर संस्थान के निदेशक डॉ लक्ष्मीकांत ने सभा को संबोधित किया और मृदा स्वास्थ्य और पोषक तत्व प्रबन्धन के बारे में किसानो को जानकारी प्रदान की तथा पर्वतीय क्षेत्रो में मृदा क्षरण से होने वाले नुकसान और उचित प्रबन्धन के बारे में बताया । कायर्क्रम के मुख्य अतिथि श्रीमान मनोज कुमार जी, ग्राम प्रधान, लखनी बागेश्वर ने बताया की विगत कई वर्षो से संस्थान द्वारा विकसित कृषि तकनीकी एवं उन्नत किस्मो का उपयोग कर सब्जी एवं धान्य फसलों की उत्पादकता में वृद्धि हुई जिससे कृषको की आमदनी में भी लगभग दुगनी बढ़ोतरी हुई है । संस्थान के निदेशक द्वारा किसानो की समस्याओ के निराकरण हेतु डिजिटल कृषक समूह का गठन करने तथा कृषको को संबंधित विषय विशेषज्ञो के साथ जुड़े रहने की सलाह दी गयी ताकि भविष्य में कृषि संबंधित समस्याओ का तत्काल निराकरण किये जा सके ।
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इस अवसर पर संस्थान के फसल उत्पादन प्रभाग के विभागाध्यक्ष डॉ जे के बिष्ट द्वारा "मृदा स्वास्थ्य प्रबन्धन” एवं वैज्ञानिक डॉ. राजेंद्र प्रसाद मीणा द्वारा “मृदा स्वास्थ्य कार्ड और उसकी महत्वता” पर व्याख्यान दिया गया । संस्थान द्वारा अनुसूचित जाति उपयोजना के तहत २१० किसानो के खेतो से मृदा नमूने एकत्रित किये गए जिनका संस्थान की मृदा रिसर्च लेबोरेटरी, हवालबाग में जांच कर मृदा स्वास्थ्य कार्ड तैयार किये गए । कार्यक्र्म के अंत में संस्थान के निदेशक द्वारा प्रतिभागी किसानो को मृदा स्वास्थ्य कार्ड का वितरण किया गया । कार्यक्र्म में संस्थान के वैज्ञानिक, अधिकारी और कर्मचारीगण उपस्थित रहे ।